September 2017

‘पच्चीस चौका डेढ सौ’

‘पच्चीस चौका डेढ सौ’ कहानी में मानवाधिकार-हनन का चित्रण – एक अध्ययन डाॅ- के. वी. कृष्ण मोहन, उपन्यासक, हिन्दी विभाग, एस् आर आर – सी वी आर सरकारी महाविद्यालय विजयवाडा-520010,चरवाणी 08121269348, 09441748429 Emails: [email protected][email protected] संसार के सभी प्राणियों को आजाद जीने का हक है । मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जो […]

मनव-मूल्य और भारतीय परंपरा

मनव-मूल्य और भारतीय परंपरा डाॅ. पी . हरिराम प्रसाद हिन्दी विभागाध्यक्ष शासकीय महाविद्यालय काकिनाडा, अन्ध्र पदेश – 533 001. फोनः 09440340057   मानव मूल्य एक धारणा है जिस का संबन्ध मानव से है। मानव मूल्यों को ही मानव व्यवहार एवं समाज कल्याण की कसौटी माना जाता है। इन मानव मूल्यों […]

धार्मिक साहित्य और नेैतिक मूल्य

धार्मिक साहित्य और नेैतिक मूल्य डाॅ. के.वी.एल्. संध्या रानी, प्राध्यापिका बी.वी.के. काॅलेज विशाखापट्टणम्, आन्ध्र प्रदेश   समाज और व्यक्ति एक दूसरे के पूरक होते हैं । एक के बिना दूसरे की कल्पना नहीं कर सकते । अरस्तू के अनुसार मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, इस बात का सरल अर्थ है कि […]

साहित्य और समकालीनता

साहित्य और समकालीनता डाॅ. कर्रि. सुधा संपादक तेजस्वी अस्तित्व (शोध पत्रिका) सह-आचार्य विभागाध्यक्ष – हिन्दी विभाग विशाखा गवर्नमेंट डिग्री और पी.जी. विमन काॅलेज, विशाखापट्टणम्, आन्ध्र प्रदेश – 530020. मो.नं. 09849196582 समकालीन यथार्थ का चित्रात्मक स्वरूप ही साहित्य है । समकालीन विसंगतियों का व्यंग्य-विद्रूप साहित्य की विशेषता है । साहित्य का […]

Dissemination of Human Values Through Literature

Dissemination of Human Values Through Literature P. PADMAPRIYA Asstt.Professor in English Visakha Govt. Degree College (Women) Visakhapatnam, Andhra Pradesh Email ID:  [email protected] Abstract India is a value based country at the core. Human values are imbibed in the Indian way of life. These values are instilled in the children from […]

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